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लिवर को कैसे स्वस्थ रखें

लिवर को कैसे स्वस्थ रखें

लिवर को कैसे स्वस्थ रखें – संपूर्ण स्वास्थ्य की भलाई के लिए लिवर का स्वस्थ होना और सही तरीके से काम करना बहुत जरूरी है। क्योंकि यह शरीर के कई कार्यों में बहुत अहम भूमिका निभाता है। लेकिन इन दिनों खराब खानपान, जीवनशैली की खराब आदतें हैं और गतिहीन जीवनशैली के कारण अधिकतर लोग लिवर से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। फैटी लिवर, पीलिया, शरीर में टॉक्सिन्स की अधिक मात्रा, खराब पाचन आदि जैसी सभी समस्याएं लिवर फंक्शन ठीक न होने की वजह से ही होती हैं। लिवर को डिटॉक्स करने और फंक्शन में सुधार करने के लिए लोग तरह-तरह के घरेलू नुस्खे और डिटॉक्स ड्रिंक ट्राई करते हैं।

लिवर को कैसे स्वस्थ रखें
लिवर को कैसे स्वस्थ रखें

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी अंगों का ठीक तरीके से काम करते रहना आवश्यक माना जाता है। किडनी, लिवर जैसे अति-महत्वपूर्ण अंगों को स्वस्थ रखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहने की आवश्यकता होती है। हालांकि देखने को मिला है कि जीवनशैली और आहार से संबंधित कई प्रकार की गड़बड़ी के कारण इन अंगों पर नकारात्मक असर हो रहा है। यही कारण है कि कम उम्र में हो लोगों में लिवर से संबंधित कई प्रकार के विकारों का जोखिम काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है।

डॉक्टर्स कहते हैं, खान-पान में गड़बड़ी के कारण लिवर की सेहत बिगड़ सकती है, ऐसे में समय-समय पर इसकी सफाई करते रहना जरूरी हो जाता है। वैसे तो शरीर स्वाभाविक रूप से सभी अंगों की साफ-सफाई स्वयं करता रहता है पर अगर हम दिनचर्या और आहार को ठीक कर लें तो इन अंगों को बेहतर ढंग से डिटॉक्स करना आसान हो जाता है। सभी लोगों के लिए इस बात का ख्याल रखना जरूरी है।

लिवर को डिटॉक्स करना इस महत्वपूर्ण अंग की साफ-सफाई के साथ संपूर्ण शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भी जरूरी है। लिवर डिटॉक्स करने से पेट की चर्बी को कम करने में मदद मिल सकती है। डिटॉक्स करने से शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद मिलती है, जिससे कई प्रकार की गंभीर बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है। शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने, खून को साफ रखने और पाचन को बढ़ावा देने के लिए भी लिवर को डिटॉक्स करना आवश्यक माना जाता है।

लिवर को स्वस्थ रखने के लिए शराब छोड़ना सबसे जरूरी माना जाता है, शराब का सेवन कई प्रकार से शरीर के आवश्यक अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है। मादक पेय को संसाधित करने के लिए लिवर को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। शराब छोड़कर लिवर को साफ रखने में मदद मिल सकती है। अधिक शराब पीने वाले लोगों में फैटी लिवर से संबंधित समस्याओं का जोखिम अधिक होता है।

साबुत अनाज, फल और सब्जियां, लीन प्रोटीन, डेयरी आदि स्वस्थ चीजों का सेवन नियमित रूप से शरीर के लिए आवश्यक होता है। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए भी आहार को संतुलित रखना जरूरी होता है। आहार में फाइबर वाली चीजों को शामिल करने से लिवर को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद मिलती है। फाइबर वाली चीजों का सेवन करना पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है।

आमतौर पर लिवर से जुड़ी समस्याएं होने पर डॉक्टर से परामर्श करना है बेहतर माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं अगर कुछ आयुर्वेदिक हर्ब्स को अपनी डाइट में शामिल करें, तो इससे लिवर स्वास्थ्य और फंक्शन में सुधार करने में मदद मिल सकती है।

स्वस्थ लिवर के लिए कुछ घरेलु नुस्खे

बरडॉक रूट (Burdock root)

बरडॉक रूट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट विशेष रूप से लीवर को जहरीले पदार्थों से बचाने में मदद करते हैं। बरडॉक को इसका कड़वा स्वाद देने वाले यौगिक पित्त उत्पादन को प्रोत्साहित करने में मदद कर सकते हैं, जिससे लीवर को अधिक गति और आसानी से विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मदद मिलती है।

शिसांद्रा (Schisandra herb)

NCBI में प्रकाशित एक जर्नल के अनुसार के शिसांद्रा चीनेंसिस (SC), ऐसी अद्भुत जड़ी बूटी है, जिसका प्रयोग लिवर से लेकर, हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया और लिवर से जुड़ी अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए दवा के रूप में किया जाता है। यह एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है और लिवर फंक्शन में सुधार करती है।

मुलेठी (Licorice Root)

मुलेठी में एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। यह लिवर की चोट को कम करने में मदद करती है और फंक्शन में सुधार करती है।

मिल्क थिसल (Milk thistle)

यह जड़ी-बूटी टॉक्सिन्स को लिवर की कोशिकाओं से जोड़ने से रोकने में मदद करती है। अध्ययनों में पाया गया कि यह सूजन कम करने और कोशिकाओं की मरम्मत में मदद करती है। पीलिया, सिरोसिस, लिवर कैंसर और फैटी लीवर रोग के लक्षणों में भी सुधार करती है।

हल्दी (Turmeric)

हल्दी में मौजूद एक्टिव कंपाउंड करक्यूमिन एंटी-इन्फमेलेटरी यौगिक के रूप में काम करता है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं। यह डायबिटीज, हाइपरलिपिडिमिया और फैटी लिवर आदि के उपचार में बहुत लाभकारी है।

डैंडेलियन (Dandelion)

विभिन्न लिवर रोगों के जोखिम को कम करने, रोकने या उनका इलाज में इस जड़ी-बूटी का प्रयोग बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स लिवर की चोट को ठीक करने और डैमेज को रिपेयर करने में मदद करते हैं।

अगर आप लिवर से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, या अपने लिवर को स्वस्थ और मजबूत बनाना चाहते हैं तो आपको किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करने की जरूरत है। वह आपको आपकी स्थिति के अनुसार कौन सी जड़ी-बूटी बेहतर है इस विषय पर बेहतर तरीके से बता सकते हैं। साथ ही आपको इनका कितनी मात्रा में और कैसे सेवन करना है, यह भी डॉक्टर ही बेहतर बता सकते हैं।

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