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क्रिकेट का इतिहास

क्रिकेट का इतिहास – क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो कई देशों में बहुत लोकप्रिय है, खासकर भारत में। क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो ग्यारह खिलाड़ियों की दो टीमों के बीच खेला जाता है। यह बल्ले और गेंद का खेल है जो घास के मैदान में खेला जाता है। खेल कई पारियों में खेला जाता है, जिसमें प्रत्येक टीम बारी-बारी से बल्लेबाजी और गेंदबाजी करती है। प्रत्येक पारी में सबसे अधिक रन बनाने वाली टीम मैच जीत जाती है।

भारत में सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है और पूरे देश में खेला जाता है। यह एक बल्ले और गेंद का खेल है जो प्रत्येक ग्यारह खिलाड़ियों की दो टीमों के बीच खेला जाता है। खेल एक आयताकार मैदान पर खेला जाता है, जिसके बीच में एक पिच होती है, और दोनों छोर पर दो विकेट होते हैं।

क्रिकेट का इतिहास

क्रिकेट और इतिहास

क्रिकेट का इतिहास
क्रिकेट का इतिहास

क्रिकेट (Cricket) का इतिहास रोचकता से भरा हुआ है। 16 वी सदी में यह खेल अस्तित्व में आया था। तब इस खेल को “क्रेक्केट” कहा जाता था। यह खेल शुरुआत में ऊन के गोलों को गेंद बनाकर और लकड़ी के डंडे को बेट बनाकर खेला जाता था। इस खेल का जन्मस्थान ग्रेट ब्रिटेन को माना जाता है। अंग्रेज लोग क्रिकेट को शौकिया तौर पर खेला करते थे।

इस खेल के लोकप्रिय होने के पीछे ग्रेट ब्रिटेन के औपनिवेशिक देशो को माना जाता है। ब्रिटेन की सरकार का दुनिया के जिस भी देश पर शासन रहा, वहां पर यह खेल ज्यादा लोकप्रिय हुआ। ब्रिटेन के बाहर यह खेल उत्तरी अमेरिका, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया, भारत में बहुत जल्द प्रसिद्ध हो गया था।

तथ्य और आँकड़ों की मानें तो इस खेल का इतिहास 16वीं शताब्दी से है। तब उस समय लोग अपना मन बहलाने के लिए आपस में मैच खेला करते थे। ऐसा माना जाता था कि पहले इंग्लैड के लोग मनोरंजक प्रयोजनों के लिए शहर से बाहर जाया करते थे।

एक बात और ध्यान देने योग्य है कि क्रिकेट की शुरुआत वहीं हुई है जहां पर अंग्रेजों का शासन रहा। इस समय तक, क्रिकेट भारत, उत्तर अमेरिका और वेस्ट इंडीज में शुरू हो चुका था, लेकिन पहला निश्चित उल्लेख 18वीं सदी में ही मिलता है। 1709 में, तत्कालीन अंग्रेज़ उपनिवेश वर्जीनिया के अपने जेम्स रीवर इस्टेट में विलियम बायर्ड ने क्रिकेट खेला था। नयी दुनिया में क्रिकेट खेले जाने का यह सबसे प्रारंभिक उल्लेख है।

1721 में, ईस्ट इंडिया कंपनी के अंग्रेज नाविकों द्वारा बड़ौदा के पास कैम्बे में क्रिकेट खेले जाने की खबर है और यह भारत में क्रिकेट खेलने का सबसे प्रारंभिक संदर्भ है। भारत में, और उसके बाद पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश में क्रिकेट की शुरुआत और स्थापना ईस्ट इंडिया कंपनी के माध्यम से हुई। पहला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच 1844 के बाद खेला गया था यद्यपि आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट 1877 से प्रारम्भ हुआ। उस समय यह खेल मूल रूप से इंग्लैंड में खेला जाता था जो कि अब पेशेवर रूप में अधिकांश राष्ट्र मंडल देशों में खेला जाता है।

भारत में क्रिकेट

घरेलू प्रतियोगिताओं में दिलीप ट्राफी, रणजी, काउंटी क्रिकेट आदि अनेक खेली जाती हैं। हाल ही में क्रिकेट में फ्रेंचाइजी टीमों का गठन कर व्यावसायिक स्तर पर इन खेलों का आयोजन शुरू किया गया है, जिसे प्रीमियर लीग के नाम से जाना जाता है। इंडियन प्रीमियर लीग उन्ही में से एक है। इन खेलों मे भारी स्तर पर पैसा, सट्टा, फिक्सिंग, नियमों के साथ छेड़छाड़, मैदान पर गलत व्यवहार आदि विकृतियां भी देखने में सामने आती हैं। जिनका समय समय पर नियमन करके निराकरण करने का प्रयास किया जाता रहा है। टेलीविजन पर इन खेलों के जीवंत प्रसारण शुरु होने से इनकी लोकप्रियता और भी ज्यादा बढ़ गई है। बड़े- बड़े मैदानों, जिनमें हजारों की संख्या में दर्शक मौजूद रहते हैं, खेल के नियमों का पालन करना और सही निर्णय देना अंपायर (निर्णायक) का काम होता है। मैच के दौरान दो फील्ड अंपायर मैदान पर और एक थर्ड अंपायर(टीवी अंपायर) मैदान के बाहर मौजूद रहते हैं। इसके अलावा मैच रेफरी भी खेल पर नजर रखता है।

प्रत्येक टीम द्वारा फेंके जाने वाले ओवरों की संख्या के आधार पर क्रिकेट के कई फार्मेट (प्रकार) होते हैं, जैसे- टी20 क्रिकेट( 20 ओवर), एकदिवसीय मैच ( 50 ओवर), टेस्ट क्रिकेट ( अनलिमिटेड ओवर)।

टेस्ट क्रिकेट

टेस्ट क्रिकेट क्रिकेट का सबसे पुराना फार्मेट है। इसे 5 दिनों तक खेला जाता है। पहले खेलने वाली टीम का निर्धारण सिक्का उछालकर किया जाता है। पूरी टीम आउट हो जाने की स्थिति में दूसरी टीम बल्लेबाजी करने उतरती है। उसके बाद दोनों टीमें बारी बारी से एक एक पारी और खेलती हैं। यानी कि इसमें हर एक टीम को दो दो पारियां खेलने का अवसर मिलता है। 5वें दिन तक जिस टीम के सबसे ज्यादा रन होते हैं, उसे विजयी माना जाता है। निर्धारित समय तक रन बराबर होने की स्थित में मैच ड्रॉ (बराबर) माना जाता है। अगर बाद में खेलने वाली टीम अंतिम 5वें दिन तक आउट नही होती, और उसके रनों की संख्या दूसरी टीम के मुकाबले भले ही कम रहती है, तो भी मैच को ड्रॉ माना जाता है। मौसम खराब होने की स्थिति में मैच बीच में बाधित होने पर भी खेल को ड्रॉ समझा जाता है। और किसी भी टीम को विजेता नही घोषित किया जाता। इस प्रकार यह खेल बाकी खेलों के जैसे ही कई विशेष नियमों और शर्तों के अंतर्गत खेला जाता है। अंतर्राष्ट्रीय तौर पर आईसीसी ( इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल) इसे नियंत्रित एवं नियमित करती है। इसके अलावा अलग देशों की टीमो के लिए उनके अपने क्रिकेट बोर्ड होते हैं। भारत में बीसीसीआई (बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया) इस खेल की निगरानी करता है। इस खेल में हर 4 साल में एकदिवसीय क्रिकेट विश्वकप और हर दो साल में टी20 क्रिकेट विश्वकप प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा द्विपक्षीय सीरीज, त्रिकोणीय श्रृंखला, एशिया कप, चैंपिय़ंस ट्राफी आदि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं होती रहती हैं।

एकदिवसीय मैच ( 50 ओवर)

एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (ODI) को नियंत्रित करने वाले कुछ प्रमुख नियम हैं, जो टेस्ट मैचों और ट्वेंटी-20 से थोड़े अलग हैं। सबसे पहले, प्रत्येक टीम को अधिकतम 50 ओवर तक ही बल्लेबाजी करने की अनुमति है। दूसरे, प्रत्येक टीम को कम से कम 20 ओवर फेंकने चाहिए। तीसरा, पारी का ब्रेक दस मिनट का होता है। अंत में, ओडीआई में क्षेत्ररक्षण प्रतिबंध अलग हैं, केवल दो क्षेत्ररक्षकों को किसी भी समय 30-यार्ड सर्कल के बाहर रहने की अनुमति है।

टी20 क्रिकेट( 20 ओवर)

T20 क्रिकेट क्रिकेट के खेल का एक छोटा रूप है, जो आमतौर पर 20 ओवरों के दौरान खेला जाता है। खेल दो टीमों के बीच खेला जाता है, प्रत्येक में 11 खिलाड़ी होते हैं। टी20 क्रिकेट के बुनियादी नियम कुछ प्रमुख अंतरों के साथ खेल के लंबे प्रारूप के समान हैं। सबसे महत्वपूर्ण अंतरों में से एक ओवरों की सीमा है। टी20 क्रिकेट में, प्रत्येक टीम को उनके बीच अधिकतम 20 ओवर ही फेंकने की अनुमति है। इसका मतलब यह है कि खेल पारंपरिक क्रिकेट की तुलना में आमतौर पर बहुत तेज गति से खेला जाता है। एक अन्य महत्वपूर्ण अंतर पावरप्ले का उपयोग है। टी20 क्रिकेट में, प्रत्येक टीम को पांच ओवर तक की अवधि निर्धारित करने की अनुमति है, जिसके दौरान वे एक अतिरिक्त क्षेत्ररक्षक के साथ गेंदबाजी कर सकते हैं। यह बल्लेबाजी करने वाली टीम को एक महत्वपूर्ण लाभ देता है, क्योंकि वे इस अवधि के दौरान तेजी से रन बना सकते हैं।

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