क्या होता है फंगल इंफेक्शन हमारी skin पर कैसे प्रभाव पड़ती है : फंगल संक्रमण (Fungal infection) एक आम प्रकार का त्वचा संबंधी संक्रमण होता है। मनुष्यों में, फंगल संक्रमण तब होता है जब कवक (Fungus) या फंगस शरीर के किसी क्षेत्र में आक्रमण करते है और प्रतिरक्षा प्रणाली इनसे लड़ने में सक्षम नहीं होती है। जिससे कवक से प्रभावित त्वचा में लाल धब्बे, दाद, खुजली और त्वचा में घाव आदि लक्षण दिखाई देने लगते हैं। ये कवक हवा, मिट्टी, पौधों और पानी किसी भी जगह में विकसित हो सकते है तथा पर्यावरण के प्रभाव के कारण दिन-ब-दिन बढ़ने लगते हैं।
फंगल संक्रमण एक आम समस्या है परन्तु अगर समय से इसका इलाज न किया जाए तो यह एक गम्भीर रूप ले सकता है। फंगल संक्रमण भले ही त्वचा पर पड़ने वाले लाल चकत्तों जैसा होता है, परन्तु इसका प्रभाव काफी खतरनाक साबित हो सकता है। यह रोग सिर्फ त्वचा तक ही सीमित नहीं होता है बल्कि यह ऊतक, हड्डियों और शरीर के सभी अंगों को प्रभावित करने की क्षमता रखता है|
फंगल इंफेक्शन के क्या लक्षण होते हैं?
- चकत्तों का पड़ जाना
- स्किन का लाल हो जाना,
- बार बार खुजली होना
- फफोले खुजली वाले जगह पर हो जाना
- त्वचा में पपड़ी जमना या खाल उतरना।
- खुजली वाली जगह पर जलन होना
- पस वाली फुंसियों का निकलना
- त्वचा में दरारे होना।
- त्वचा का लाल होना।
फंगल इंफेक्शन से बचने के तरीके
- गीले और ठंडे कपड़े को नहीं पहनें,
- रोजाना नहाएं,
- त्वचा को सूखा और स्वच्छ रखे,
- पानी पर्याप्त मात्रा में पीयें ताकि त्वचा सूखी न रखे,
- नाखूनों को काटकर रखें,
- मानसून में फंगल संक्रमण अधिक होता है,
फंगल संक्रमण की प्रथम अवस्था में एलोपैथिक(allopathic) उपचार बेहतर परिणाम देते हैं परन्तु अगर एलोपैथिक उपचार से संक्रमण ठीक न हो तो आयुर्वेदिक उपचार ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है।
क्या होता है फंगल इंफेक्शन हमारी skin पर कैसे प्रभाव पड़ती है