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छत्तीसगढ़ राज्य का परिचय

छत्तीसगढ़ राज्य का परिचय :- भारत देस का एक राज्य छत्तीसगढ़ है | छत्तीसगढ़ राज्य का गठन 1 नवम्बर  सन् 2000 को हुआ था। छत्तीसगढ़ हमारे भारत देश का 26वां  राज्य है | यह राज्य मध्य प्रदेश से अलग होने से पहले मध्य प्रदेश राज्य के अंतर्गत 44 साल तक रहा था। छत्तीसगढ़ राज्य को ‘धान का कटोरा’ कहा जाता है, क्योंकि यहा अन्य फसलों की तुलना मे धान सब से ज्यादा होता है। छत्तीसगढ़ एक एसा राज्य है जो प्राचीन काल से ही कई विभिन्न संस्कृतिओ को विकास करने का केंद्र बना रहा है।

छत्तीसगढ़ राज्य

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छत्तीसगढ़ राज्य का परिचय
छत्तीसगढ़ राज्य का परिचय

छत्तीसगढ़ का इतिहास

छत्तीसगढ़ का प्राचीन नाम  दक्षिण कोशल था | भगवान श्रीराम की माता कौशल्या देवी  दक्षिण कोशल(छत्तीसगढ़) राज्य की बेटी थी। शृंगी ऋषि जो छत्तीसगढ़ के सिहावा पर्वत के आश्रम मे रहते थे | शृंगी ऋषि राजा दशरथ के यहा पुत्र्येष्टि यज्ञ किये  थे । इस के बाद ही राजा दशरथ के घर चार पुत्रो का जन्म हुआ था।  दक्षिण कोशल के अन्तर्गत वर्तमान छत्तीसगढ़ और  उड़ीसा के कुछ हिस्से शामिल  थे। यह भारत का 26वां राज्य  है। भारत में दो क्षेत्र ऐसे हैं जिनका नाम विशेष कारणों से बदल गया है | एक  ‘मगध’ जो बौद्ध विहारों की अधिकता के कारण “बिहार” बन गया और दूसरा ‘दक्षिण कौशल’ जो छत्तीस गढ़ों को अपने में समाहित रखने के कारण “छत्तीसगढ़” बन गया। किन्तु ये दोनों ही क्षेत्र अत्यन्त प्राचीन काल से ही भारत को गौरवान्वित करते रहे हैं। छत्तीसगढ़ मे भगवान राम ने शबरी के जूठे बैर खाये थे। उस समय यहा के वनो मे ऋषि-मुनि अपना आश्रम बना कर रहते थे । महानदी छत्तीसगढ़ की प्रमुख नदी है, उसका उद्गम स्थान सिहावा पर्वत है। महानदी का जिक्र भी महाभारत मे किया गया था। उस समय महानदी का नाम चित्रोत्पला था।

महानदी का वर्णन ब्रह्मपुराण और मत्स्य पुराण मे भी मिलता है। एक मान्यता के अनुसार श्रुंगी ऋषि का कमण्डल गिरा था उस के कारण सिहावा से  महानदी की उत्पति हुई।

“छत्तीसगढ़” तो वैदिक और पौराणिक काल से ही विभिन्न संस्कृतियों के विकास का केन्द्र रहा है। यहाँ के प्राचीन मन्दिर तथा उनके भग्नावशेष इंगित करते हैं कि यहाँ पर वैष्णव, शैव, शाक्त, बौद्ध संस्कृतियों का विभिन्न कालों में प्रभाव रहा है।

कालिदास ने मेघदूत की रचना और भरतमुनि ने नाट्यशाला की रचना रामगढ़ की पहाड़ीओ मे की थी।

सन 1349 ई. मे बिलासपुर जिले मे कवर्धा रियासत के चौरा नाम के एक मंदिर मे एक शीला लेख है, जिसमे सभी नाग वंश के राजाओ की वंशावली प्रस्तुत की गई है। 14वी सदी के आखिर तक नागवंशो का ही आधिपत्य रहा था।

  • स्थापना दिवस : 1 नवंबर 2000,
  • राज्य – देश का 26 वा राज्य,
  • राजधानी – नया रायपुर,
  • कुल जिले : 33,
  • कुल क्षेत्रफल : 1,35,194 वर्ग किलोमीटर,
  • प्रथम मुख्य मंत्री : अजित प्रमोद कुमार जोगी,
  • आदिवासी  विकास खंड  – 85,
  • राजकीय भाषा : हिन्दी, छत्तीसगढ़ी,
  • राजकीय पेड़ :  साल का पेड़,
  • राजकीय फूल : गेंदा,
  • राजकीय पक्षी :  पहाड़ी मैना,
  • राजकीय पशु :  वन भैंसा,
  • राजकीय प्रतीक वाक्य : विश्वसनीय छत्तीसगढ़,
  • प्रमुख नदी : महानदी, हसदो, इंद्रावती, जोंक, अपरा, शिवनाथ,रिहंद आदि।
  • जनसंख्या : 2,55,45,198,
  • साक्षरता दर : 71.04%
  • प्रमुख कृषि उद्योग : धान, सोयाबीन, चना,
  • छत्तीसगढ़ की सीमा :  उत्तर मे उत्तरप्रदेश, उत्तर-पश्चिम मे मध्यप्रदेश, उत्तर-पूर्व मे ओडिस्सा और झारखंड, दक्षिण मे तेलंगाना और आन्ध्रप्रदेश, पश्चिम मे महाराष्ट्र।
  • मुख्य नृत्य :  पंथी नृत्य, राऊत नाचा, सुआ नाचा, पंडवानी, सैला नृत्य।
  • पर्यटक स्थल : मैन पाट(अंबिकापुर), चित्रकोट जलप्रपात(जगदल पुर), लक्ष्मण मंदिर(सिरपुर), केंदई जलप्रपात(कोरबा), मल्हार(बिलासपुर), बंलेश्वरी मंदिर(राजनंदगांव), तिरथगढ़ जलप्रपात(कांगर घाटी बस्तर), दंतेश्वरी मंदिर(दंतेवाड़ा), इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान, गोल्डन आइलेंड ।
  • छ.ग. का शिमला – मैनपाट (सरगुजा )
  • छ.ग. के ज्ञान की धानी – भिलाई
  • छ.ग. का न्यायधानी – बिलासपुर
  • छ.ग. का नागलोक – तपकरा (जशपुर )
  • छ.ग. का नृजातीय म्यूजियम – जगदलपुर

छत्तीसगढ़ की भूगोल

इस राज्य की प्रमुख नदी मे महानदी है,जो यहा की जीवन रेखा है। इस का प्रवाह दक्षिण दिशा  से उत्तर दिशा  की ओर जाता है। महानदी के अलावा यहा पर शिवनाथ नदी है जो महानदी की उपनदी है, एवं इंद्रावती नदी, अपार, खारुण आदि नदीयां  यहा पर प्रवाहित होती है। छत्तीसगढ़ घने जंगलो वाला राज्य है। उसके उत्तर मे उत्तरप्रदेश, उत्तर-पश्चिम मे मध्यप्रदेश, उत्तर-पूर्व मे ओडिस्सा और झारखंड, दक्षिण मे तेलंगाना और आन्ध्रप्रदेश, और पश्चिम मे महाराष्ट्र राज्य से सीमा है।

छत्तीसगढ़ की उत्तर से दक्षिण की लंबाई 700 किलोमीटर है, और पूरब से पश्चिम की लंबाई 435 किलोमीटर है। छत्तीसगढ़ का उत्तरी अक्षांश 24०05 से 17०46 तक फेला हुआ है। और पूर्वी देशांतर 80०15 से 84०24 तक फेला है।छत्तीसगढ़ मे उत्तरी जिला बलरामपुर है, दक्षिणी जिला सुकमा, पूर्वी जिला जसपुर और पश्चिमी जिला बीजापुर है।छत्तीसगढ़ मे खनिज भी भरपूर मात्र मे है, यहा पर प्राप्त होने वाले खनिजो मे चुना, टिन, कोयला, लोहा, बोक्साइड, डोलोमाइट, हीरा, सोना, चाँदी, कोरण्ड्म आदि खनिज तत्व से भरपूर राज्य है।

छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्व

छत्तीसगढ़ राज्य विभिन्न संस्कृतिओ से भरा राज्य है। यहा पर अनेक जातियाँ और जनजाति निवास करती है। यह राज्य उत्सवो का एक उमदा माध्यम है। यहा के  लोग पर्व को बहोत धूम -धाम से मनाते है| इन मे से हरेली, होली, सकट, नृत्य गान,तीजा , पोरा आदि यहा महत्वपूर्ण त्यौहारो मे से एक है।

छतीसगढ़ मे सभी जगहो पर उत्सव के दिनो मे बच्चे-बूढ़े और जवान सभी लोग इस त्यौहार को बड़े धामधूम से मनाते है। और सारे भेदभाव भूलकर एकता से इन त्यौहारो को मनाते है।

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